HDFC Bank, SBI और ICICI Bank जैसी प्रमुख बैंकों ने Q2 FY26 में उम्मीद से बेहतर नतीजे दर्ज किए। क्रेडिट ग्रोथ 15% तक पहुंची, जबकि NPAs में कमी आई। डिजिटल बैंकिंग और UPI पेमेंट्स की तेज़ी ने राजस्व बढ़ाया। RBI के अनुसार, बैंकिंग सिस्टम में तरलता पर्याप्त है और ऋण वितरण में स्थिरता बनी हुई है। इस प्रदर्शन से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है और बैंकिंग स्टॉक्स में जबरदस्त खरीदारी देखी जा रही है। आने वाले त्योहारी सीज़न में होम लोन और पर्सनल लोन की डिमांड और बढ़ने की उम्मीद है।
